
-संजय मिश्रा, विक्टर बनर्जी और बृजेंद्र काला जैसे दिग्गज कलाकारों की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म की कहानी एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में सेट है, जहां हर साल शिक्षक दिवस पर होने वाला फुटबॉल मैच शिक्षकों और छात्रों के बीच सम्मान, प्रतिष्ठा और आत्मसम्मान की लड़ाई बन जाता है.
अपने सहज अभिनय और आम आदमी की भूमिकाओं के लिए मशहूर संजय मिश्रा इस फिल्म में एक केंद्रीय भूमिका निभा रहे हैं. फिल्म को लेकर उन्होंने कहा “हम स्टेडियमों और पर्दों के नायकों को याद रखते हैं, लेकिन उन्हें भूल जाते हैं जिन्होंने हमें चलना, बोलना और सपना देखना सिखाया. 5th September मेरी तरफ़ से उन हर क्लासरूम के गुमनाम योद्धाओं को सलाम है. मिश्राजी का किरदार निभाना मेरे लिए सिर्फ़ अभिनय नहीं था – यह मेरे जीवन का कर्ज़ चुकाने जैसा था.”
फिल्म में संजय मिश्रा के अलावा अतुल श्रीवास्तव, दीपराज राणा, काविन दवे, किरण दुबे, सारिका सिंह और गायत्री भार्गवी भी अहम भूमिकाओं में हैं. जो एक भावनात्मक और गर्मजोशी भरी स्कूल की दुनिया को जीवंत बनाते हैं.
फिल्म के लेखक-निर्देशक और निर्माता कुणाल शमशेर मल्ला, जो खुद भी फिल्म में एक अहम भूमिका निभा रहे हैं, कहते हैं “5th September सिर्फ फुटबॉल के बारे में नहीं है. यह सम्मान के बारे में है – अपने शिक्षकों के लिए, अपने आप के लिए और जीवन में मिले दूसरे मौकों के लिए. हमने एक ऐसी कहानी कहने की कोशिश की है जो आपके चेहरे पर मुस्कान और आंखों में नमी दोनों ला सके.
18 जुलाई को यह फिल्म पूरे भारत में सिनेमाघरों में दस्तक दे रही है. चाहे आप छात्र हों, अभिभावक या बस कोई ऐसा व्यक्ति जिसने किसी शिक्षक से जीवन की दिशा पाई हो – यह फिल्म आपके दिल को ज़रूर छुएगी.